आजकल कार खरीदना हर किसी की ज़रूरत बन गई है, चाहे वह ऑफिस आने-जाने के लिए हो, परिवार के साथ घूमने के लिए, या अपनी सुविधा के लिए। हालांकि, नई कार खरीदना हर किसी के बजट में नहीं होता, क्योंकि नई कारें महंगी होती हैं और उनकी कीमत हर साल बढ़ती रहती है। ऐसे में पुरानी कार (Used Car) खरीदना एक अच्छा और किफायती विकल्प बन सकता है। पुरानी कारें न केवल सस्ती होती हैं, बल्कि अगर सही तरीके से चुनी जाएं तो वे लंबे समय तक भरोसेमंद भी साबित हो सकती हैं।
लेकिन, एक सही फैसला लेने के लिए और अपने पैसे का सही इस्तेमाल करने के लिए पुरानी कार खरीदने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जैसे कार की कंडीशन चेक करना, उसकी सर्विस हिस्ट्री जानना, और उससे जुड़ी कागजी कार्रवाई को अच्छे से समझना। यह सब नज़रअंदाज करने पर आपको बाद में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
इस ब्लॉग में, हम 7 ऐसी जरूरी चीज़ों के बारे में विस्तार से बात करेंगे जो हर पुरानी कार खरीदने वाले को जाननी चाहिए। इन बातों का ध्यान रखकर आप न केवल एक अच्छी और भरोसेमंद कार खरीद सकते हैं, बल्कि भविष्य में होने वाले अनचाहे खर्चों से भी बच सकते हैं।
1. गाड़ी (Used Car) के इतिहास को जांचें
पुरानी कार खरीदने से पहले इसका इतिहास जानना बहुत ज़रूरी है।
क्या-क्या जांचें?
- पंजीकरण सर्टिफिकेट (RC): यह सुनिश्चित करें कि कार वैध रूप से रजिस्टर है या नहीं। RC पर दर्ज जानकारी को ध्यान से पढ़ें, जैसे गाड़ी का मॉडल, रजिस्ट्रेशन नंबर, और मालिक का नाम। यह जानकारी कार की असली पहचान सुनिश्चित करने में मदद करती है।
- इंसURANCE CLAIM और एक्सीडेंट हिस्ट्री: यह जांचें कि कार में कोई बड़ा एक्सीडेंट हुआ था या नहीं। आप कार की बीमा पॉलिसी और क्लेम हिस्ट्री का विवरण मांग सकते हैं ताकि यह पता चल सके कि कार को पहले किसी गंभीर क्षति का सामना करना पड़ा है या नहीं।
- ओडोमीटर फ्रॉड: सुनिश्चित करें कि गाड़ी का किलोमीटर सही है और इसमें छेड़छाड़ नहीं की गई। ऐसा करने के लिए ओडोमीटर की जांच करें और इसे सर्विस रिकॉर्ड या अन्य दस्तावेज़ों के साथ क्रॉस-चेक करें।
- पिछले मालिक: यह जानना भी ज़रूरी है कि कार के कितने पिछले मालिक थे। कम मालिकों वाली कार आमतौर पर बेहतर स्थिति में होती है। इसके लिए RC पर मालिकों की संख्या और ट्रांसफर की जानकारी ज़रूर चेक करें।
सुझाव: आपको आरटीओ (RTO) या ऑनलाइन पोर्टल्स (जैसे CarDekho या Park+) की मदद से गाड़ी की पूरी हिस्ट्री चेक करनी चाहिए।
2. गाड़ी की स्थिति की पूरी जांच करें
गाड़ी की सही स्थिति जानने के लिए केवल बाहरी चमक-दमक पर भरोसा न करें।
किन चीजों पर ध्यान दें?
- इंजन: इंजन सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं, यह जांचना बहुत जरूरी है। इंजन को स्टार्ट करें और ध्यान दें कि उसमें से काले धुएं का निकलना या किसी भी अजीब आवाज का आना तो नहीं हो रहा। इंजन की परफॉर्मेंस से पता चलता है कि गाड़ी की मेंटेनेंस सही तरीके से की गई है या नहीं।
- टायर स्थिति: टायर की स्थिति देखकर उसकी घिसावट का अंदाजा लगाएं। अगर टायर बहुत ज्यादा घिसे हुए हैं, तो आपको जल्द ही नए टायर खरीदने की जरूरत पड़ सकती है। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित करें कि टायर में हवा का दबाव सही हो और उसमें कोई क्रैक या कट तो नहीं है।
- ब्रेक और क्लच प्लेट: ब्रेक और क्लच प्लेट्स का परीक्षण करें। गाड़ी को धीमा करते समय ब्रेक्स की प्रतिक्रिया कैसी है, इसे ध्यान से महसूस करें। अगर ब्रेक ठीक से काम नहीं कर रहे हैं या क्लच प्लेट्स में दिक्कत है, तो इन्हें तुरंत मैकेनिक से जांच और रिपेयर कराएं।
- पेंट और बॉडी डैमेज: गाड़ी की पेंटिंग और बॉडी पैनल्स को ध्यान से देखें। अगर कहीं पेंट उखड़ा हुआ है या बॉडी में कोई डेंट या स्क्रैच है, तो इसे ठीक करवाने की जरूरत हो सकती है। यह न केवल गाड़ी की सुंदरता बनाए रखेगा बल्कि इसके रीसेल वैल्यू को भी बढ़ाएगा।
सुझाव: किसी प्रोफेशनल वाहन इंस्पेक्टर या भरोसेमंद मैकेनिक की हेल्प लें।
3. हमेशा गाड़ी को टेस्ट ड्राइव करें
एक पुरानी गाड़ी खरीदने से पहले टेस्ट ड्राइव करना अनिवार्य है।
टेस्ट ड्राइव में क्या देखें?
- इंजन की स्मूथनेस: क्या स्टार्टिंग में समस्या आ रही है या इंजन से कोई आवाज़ आ रही है? गाड़ी चलाते समय इंजन का प्रदर्शन कैसा है? यह ध्यान दें कि इंजन बिना झटकों के स्मूथ तरीके से चल रहा है या नहीं।
- ब्रेक्स और क्लच: ब्रेक्स और क्लच सही तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं, यह जांचें। क्या ब्रेक लगाने पर तुरंत असर हो रहा है? क्लच पैडल दबाने और छोड़ने में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही?
- सस्पेंशन: गाड़ी उबड़-खाबड़ रास्ते पर आरामदायक है या नहीं, इसे जरूर जांचें। क्या गाड़ी के झटके ज्यादा महसूस हो रहे हैं या सस्पेंशन आरामदायक सफर दे रहा है?
- गियर शिफ्टिंग: गियर क्या आसानी से शिफ्ट हो रहे हैं या शिफ्टिंग में कोई रुकावट महसूस हो रही है? गियर बदलते समय आवाज़ या झटके तो नहीं आ रहे? यह सुनिश्चित करें कि गियर सिस्टम सुचारू तरीके से काम कर रहा है।
सुझाव: टेस्ट ड्राइव हमेशा अपने शहर के हाइवे और भीड़-भाड़ वाले रास्तों पर करें।
4. कीमत की सही तरीके से सौदेबाजी करें
पुरानी कार की कीमत तय करने में थोड़ा होशियार रहना जरूरी है ताकि आप सही डील पा सकें।
कैसे करें सही सौदेबाजी?
- कार की मार्केट वैल्यू जानें: अपनी गाड़ी की सही कीमत का अनुमान लगाने के लिए ऑनलाइन वेबसाइट्स जैसे Cars24 या OLX का उपयोग करें। वहां से आपको गाड़ी की मौजूदा मार्केट वैल्यू का अंदाजा लग जाएगा, जिससे आप बेहतर बातचीत कर पाएंगे।
- मरम्मत का खर्च: अगर गाड़ी में किसी भी तरह की रिपेयर जरूरत है, जैसे नए टायर, बैटरी बदलना या इंजन की सर्विसिंग, तो उसका अनुमानित खर्च जानें। इस जानकारी के आधार पर आप उचित डिस्काउंट की मांग कर सकते हैं।
- जल्दी निर्णय न लें: किसी भी डील को फाइनल करने से पहले पूरी रिसर्च करें। विक्रेता से गाड़ी की सर्विस हिस्ट्री और माइलेज की जानकारी लें। जरूरी हो तो एक मेकैनिक से गाड़ी की जांच करवाएं और फिर सोच-समझकर फैसला करें।
सुझाव: अगर कार डीलर है, तो “फाइनल ऑफर” की मांग करें और इसे लिखित रूप में लें।
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5. कागजात और डॉक्यूमेंटेशन पर ध्यान दें
सही और वैध कागजात पुरानी कार खरीदारी के सबसे अहम हिस्सों में से एक हैं।
किन डॉक्यूमेंट्स को चेक करें?
- ओरिजिनल RC/पंजीकरण प्रमाण पत्र: वाहन का ओरिजिनल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट सुनिश्चित करें। यह दस्तावेज़ यह प्रमाणित करता है कि वाहन विधिवत पंजीकृत है।
- PUC सर्टिफिकेट (पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल): यह सुनिश्चित करें कि वाहन का पॉल्यूशन लेवल कानूनी मानकों के भीतर है। यह सर्टिफिकेट नियमित रूप से अपडेट किया जाना चाहिए।
- इन्सुरांस पेपर्स: यह चेक करें कि वाहन की बीमा पॉलिसी वैध है और एक्सपायर नहीं हुई है। इसमें थर्ड पार्टी और कॉम्प्रिहेन्सिव कवर का उल्लेख होना चाहिए।
- सेवा रिकॉर्ड (Service History): वाहन की पुरानी सर्विस रिपोर्ट्स प्राप्त करें ताकि यह पता लगाया जा सके कि वाहन की सही तरीके से मेंटेनेंस की गई है या नहीं।
- नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC): यदि वाहन फाइनेंस पर था, तो फाइनेंसर से NOC प्राप्त करना अनिवार्य है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वाहन पर कोई बकाया लोन नहीं है।
सुझाव: यदि आप डीलर से खरीद रहे हैं, तो ट्रांसफर का काम सुनिश्चित करें।
6. गाड़ी की सही मिलान करें
जब आप पुरानी कार खरीदने जाएं तो इससे जुड़ी हर बात गहराई से मैच करें।
जैसे:
- RC नंबर और चेसिस नंबर मेल खाते हैं या नहीं, यह सुनिश्चित करें ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके।
- बैट्री मैन्युफैक्चरिंग डेट को चेक करें क्योंकि इससे बैट्री की उम्र और प्रदर्शन का अंदाजा लगाया जा सकता है।
- कार के प्रोडक्शन साल का ध्यान रखें, क्योंकि इससे आपको गाड़ी की उम्र और उसकी वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी मिल सकती है।
यह चेकलिस्ट आपको किसी भी धोके से बचा सकती है।
7. असली ब्रांड से प्यार करें
जब आप पुरानी गाड़ी खरीदें, तो कंपनी व मॉडल का इतिहास भी देख लें। यह जानना ज़रूरी है कि गाड़ी का मॉडल कितना पुराना है और उसकी बाज़ार में कितनी मांग थी। यदि यह मॉडल अपने समय में काफी पॉपुलर था, तो उसके कल-पुर्जे आसानी से उपलब्ध रहेंगे और मरम्मत भी किफायती होगी। इसके अलावा, गाड़ी की मेंटेनेंस हिस्ट्री और पिछले मालिकों की जानकारी भी जांच लें, ताकि आपको उसकी स्थिति और इस्तेमाल के बारे में सही अंदाज़ा हो सके।
आप एक सूझबूझ वाले ग्राहक बनें
पुरानी कार (Used Car) खरीदते समय आपका जागरूक होना बेहद जरूरी है। सही जांच-पड़ताल के बाद ही निर्णय लें। यह सिर्फ पैसे बचाने का मामला नहीं है, बल्कि एक संतोषजनक और लाभदायक डील पाने का भी है।
अगर आप सुनिश्चित नहीं हैं कि कहां से शुरू करें, आप किसी ऑटो एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं। पुरानी कार खरीदने और उसे सही तरीके से इस्तेमाल करने के लिए हमें कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर दें।
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